हर व्यक्ति कभी कभी सब कुछ पास होते हुए भी अकेला खुद को मानता है तो जब इंसान अकेला पड़ जाए तो क्या करना चाहिए हम सभी कई उपाय देखते है AmEx Marriott
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जब इंसान अकेला पड़ जाए तो क्या करना चाहिए
जैसे : गाने सुनना, मूवी देखना या जिस किसी से भी अपनापन हो उससे बाते करना लेकिन क्या सच में आपका अकेला पन दूर हो जाता है? आइए जानते है
निराशा और अकेलापन दूर करने के 12 उपाय
1.) प्रेरणादायक पुस्तक पढ़े:
जब इंसान अकेला पड़ जाए उदास मन से किसी को कार्य नहीं किया जा सकता क्योंकि उत्साह नहीं होता हमे सबसे पहले अपना उत्साह बरकरार रखना होगा इसके लिए कुछ महापुरुषों की जीवनी पढ़े पुस्तके पढ़े क्योंकि नई सीख हमे तभी मिलती है जब हम नए सोच के साथ आगे बढ़ते है अच्छे व्यक्तित्व के जीवन की घटना हमे उनके बारे मे पढ़कर ही पता चल सकता है।
2.) प्रकृति धरोहर को देखे:
प्रकृति ने हर तरह की अनुकूलता हम सभी को दे रही है जैसे: नदियों का मीठा जल ,पेड़ो की छांव , ठंडी ,शीतल हवा,और वन विहार,हरि भरी हरियाली आदि प्रकृति का मनोरम दृश्य हर किसी के मन को चुरा सकता है हमे प्रकृति से जुड़ना चाहिए।
3.) नियमित प्राणायाम करे:
अपने शारीरिक और मानसिक संतुलन के लिए हमे नियमित 1 से आधा घंटा प्राणायाम जरूर करना चाहिए इससे होने वाले लाभ है;
- मन की एकाग्रता
- चहेरे की प्रसन्नता
- रोग से लड़ने की छमता
- अच्छी सोच का विकास
- आकर्षक शरीर
4.) अपने मन की बाते लिखे:
हमारे जीवन में सुबह से लेकर शाम तक काफी कुछ घटित होता लेकिन हमारा ध्यान केवल मुख्य बाते पर जाता है,
आप कुछ मुख्य बिंदु बनाकर एक डायरी में रोज लिखे जिससे आपको कई फायदे मिलेंगे आप देख पाएंगे की धीरे धीरे आपका मन दुखी और अकेलापन होने पर डायरी में लिखने का मन करेगा।
5.) सकारात्मक विचार रखे:
जब इंसान अकेला पड़ जाए थोड़ा सा गलत संग या गलत व्यक्ति ,वस्तु के संग से कई तरह नकारात्मक विचार हमारे अंदर आ जाते है हमे लगने लगता है शायद हम नही कर पाएंगे और आप का मन निराशा का जन्म होने लगता है, दुनिया में हर कार्य आप कर सकते है जरूरी नहीं लेकिन कोशिश जरूर कर सकते है,यकीन मानिए आपकी कोशिश ही आपको एक दिन सफल इंसान बना देगी।
6.) साफ – सफाई का ध्यान रखे:
कई बार गलत जगह और गलत चीजों के बीच रहने पर हम ठीक नही लगता और धीरे धीरे हम गंदगी में रहने के आदि हो जाते है, हमे अंदर से खुश और प्रसन्न रहने के लिए सर्वप्रथम अपने आस पास साफ सफाई का ध्यान देना चाहिए।
7.) पसंदीदा गाने सुने:
संगीत ने कई तरह लोगो के मन और जीवन की दिशा को मोड़ा है कई बार गुस्से से लाल व्यक्ति भी संगीत के प्रभाव से सामान्य हो गया जरूरी है हम सकारात्मक रहे और वैसा रहने के लिए यह करे।
8.) अपनो से बाते करे:
जब इंसान अकेला पड़ जाए कुछ प्रश्नों के जवाब हमारे पास नही होते लेकिन ऐसा नहीं की किसी के पास नही होते , कई बार हम दिखने वाली समस्या किसी के आइए अवसर बन जाती है,परिवार से अपनापन रखे ,उनसे ह्रदय की बाते करे और उनकी बातो को समझिए और वैसा करिए।
9.) पसंदीदा खेल – खेले:
कुछ खेल सच्ची में काफी कुछ अपने आप ठीक कर देते है जैसे फुटबाल ,क्रिकेट ,हॉकी आदि कई खेल जो सीधे हमारे शरीर के साथ मस्तिष्क पर भी असर करते है,ऐसे खेलो से निरोग्यता बढ़ती है और मन मे सकारात्मक ऊर्जा आती है।
10.) मन पसंद कपड़े पहने:
भारतीय वेशभूषा विश्व में विख्यात है, कई सारे देश भारतीय संस्कार को अपने जीवन में उतार रहे है,
हमे साफ स्वक्ष कपड़े पहनना चाहिए।
11.) गुस्सा न करना:
छोटी छोटी बातो पर गुस्सा करना यह कभी दुःखद बात है, किसी पर गुस्सा करके हम खुद को तकलीफ देते है, जैसे: दूसरो को चंदन का तिलक लगाने से पहले हमे खुद लगाना पड़ता है वैसे ही दूसरो पर गुस्सा करके पहले हमारा नाश होता है,कई सारी बाते प्रेम से और अच्छे से बोलकर खत्म कर दी जा सकती है इससे सकारात्मक व्यवहार बढ़ता है और भविष्य में गुस्सा इस तरह से ना आए ऐसा उपाय करना चाहिए।
12.) खुद को व्यस्त रखे:
जब इंसान अकेला पड़ जाए आपने सुना होगा अकेला मन शैतान का घर होता है आप किसी भी तरह एकांत अर्थ अकेले न रहे खाली न रहे कुछ ना कुछ जरूर करते रहे क्योंकि गलत कार्य और गलत संकल्प ,विचार का जन्म तभी होता है जब हम खाली बैठे होते है जब इंसान अकेला पड़ जाए
याद रखे :
आपका अपना इस दुनिया मे कोई नही है हर कोई किसी न किसी स्वार्थ से आपसे जुड़ा है जैसे ही वो स्वार्थ पूरा हो जाता है उसको आपको छोड़ने में तनिक भी समय नहीं लगाएगा ,
अच्छे समय में तो सभी अपने समय हो जाते,अच्छी वस्तुओ के पीछे पीछे उसके लोभ में बहुत से आ जाते है लेकिन सच्चा अपनापन कोई ही करता है
ऐसा बहुत कम लोग है जो निस्वार्थ आपसे प्रेम करते है ऐसे मित्र बहुत कम है जो समाचार पाने से पहले आपके पास आकर बाते करे और मदद करे समय के अनुसार अब व्यक्ति बदला लेता है अगर आपने उनके यहां किसी कारणवस समारोह मे सामिल नही हो पाए
तो सामने वाला फ्री होने के बावजूद आपसे बदला लेने के लिए नहीं आता
इसी काफी नकारतमता फैलती है और समाज में गलत संदेश जाता है। इसकी पहचान आपके खराब समय में होती है
आप स्वयं करके देख लीजिए जब किसी ने आप से प्यार किया है वो आपकी पास पहले और आपकी मदद भी करेगा हमे निराश नहीं होना चाहिए बड़ी सी बड़ी हार भी जीत में बदल जाती है जब आपका हौसला और सोच उच्च होती है,और आपका कार्य में ईमानदारी हो।